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SEO क्या है,कैसे करें SEO – SEO Kya Hai In Hindi

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन-min

हेलो दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल है,SEO क्या है,कैसे करें SEO – SEO Kya hai In Hindi आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की किस तरह से काम करता है SEO क्या है, फुल फॉर्म क्या है, और कैसे करें,वेबसाइट का SEO जानते है इसकी पूरी जानकारी को।

SEO का फुल फॉर्म,

Search Engine Optimization

एसईओ का पूरा फॉर्म ‘सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन’ है।

(Search Engine Optimization)

SEO क्या है, कैसे करें SEO

SEO एक प्रकार का वेब माइनिंग टूल होता हैं। इसके द्वारा सर्च इंजन पर यूज़र्स के द्वारा खोजे जाने वाले सभी प्रकार के प्रश्न के उतर मिल जाते है,मेरा मतलब है,की जो भी यूजर कुछ भी सर्च करना चाहता हैं,तो उसका उसे सबसे अच्छा और उपयुक्त रिजल्ट उसे मिल जाता हैं। ये जो SEO का टूल होता है,ये एक कीवर्ड के हिसाब से अपना रिजल्ट देता है। इस रिजल्ट में अधिक से अधिक जो वेबसाइट है,वो SEO के द्वारा ही सेलेकट की जाती हैं। जिनमे सभी यूजर के प्रश्न का उतर मौजूद होता हैं। कोई भी वेबसाइट को देख कर यूजर अपनी पसंद के अनुसार से किसी भी साइट्स पर जाकर  यूजर विजिट कर सकता हैं।

इसके लिए SEO वेब पेज को crawl भी करता हैं,जिसके बाद से बेस्ट रिजल्ट को चुनता हैं जिसे हम लोग पेज की इंडेक्सिंग करना बोलते हैं,और इस सबके लिए SEO बोट और स्पाइडर का भी उपयोग करता हैं।

जब पेज इंडेक्सिंग हो जाता है, तो उसके बाद यूजर के प्रश्न के हिसाब से ही रिजल्ट को दिया जाता हैं। इसमें प्रश्न की क्वेरी के कीवर्ड को इंडेक्स का पेज़ के साथ मिलान होने के बाद ही सबसे उपयुक्त रिजल्ट को दिया जाता हैं।

सर्च इंजन काम कैसे करता हैं

वैसे देख जाए तो सभी सर्च इंजन की अपनी एक अल्गोरिथम होती हैं, जिसके हिसाब से ही वे ऑप्टिमाइजेशन का काम करता हैं। मैं इसका एक बेसिक आईडिया आपको नीचे दे रही हु, मैं आपको बता देती हूँ कि SEO तीन चरणों में अपना काम करता हैं।

1- क्राव्लिंग

क्राव्लिंग यह सबसे पहला स्टेप्स होता हैं, इसका इस्तेमाल वेब पेज की इंडेक्सिंग के लिए किया जाता है। इसमें web spider हाइपरटेक्स्ट पेज़ पर विजिट करता हैं और साथ में पेज़ की इंडेक्सिंग भी करता हैं।

2- इंडेक्सिंग

क्राव्लिंग के द्वारा जो भी वेब पेज को इंडेक्स किये जाते हैं फिर उनके डेटा को कलेक्ट करना होता है,पार्स करना और उनको स्टोर करना ये सब इंडेक्सिंग के अंतर्गत में ही आता हैं। जिससे डेटा को एक साथ रखा जाता हैं। जिसे इंडेक्सिंग कहते हैं। सर्च इंजन में जो भी रिजल्ट प्राप्त होता हैं,वह वेब पेज इन्ही इंडेक्स पेज़ मे से चुने जाते हैं।

3- मैचिंग

इंडेक्सिंग होने के बाद मैचिंग की प्रक्रिया को शुरू किया जाता हैं,जब यूजर सर्च इंजन पर कोई भी क्वेरी को डालता हैं तो मैचिंग की प्रकिया अपने आप से शुरू हो जाती हैं। जिसमे SEO टूल इंडेक्स पेज के पास जाकर क्वेरी के कीवर्ड के हिसाब से डेटा मैच करके वेब पेज की लिस्ट को प्रदान करता हैं। जिसका चुनाव वेब पेज में लिखा हुआ मेटा डिस्क्रिप्शन से करता हैं। इस प्रकार की पूरी प्रक्रिया को मैचिंग कहा जाता हैं।

SEO का महत्व क्या है।

SEO

अगर आप अपनी वेबसाइट को गूगल पर रैंक करना चाहते हैं, और साथ ही में उसमें ट्रैफिक को भी बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके सबसे महत्वपूर्ण चीज SEO ही होती है, क्योकि गूगल पर जो भी कुछ सर्च करते हैं, तो वह आपकी वेबसाइट में है, तो आपको इससे बहुत फायदा होगा,लेकिन यदि यह आपकी वेबसाइट में नहीं हो रहा है,तो आपकी वेबसाइट जल्दी से रैंक नहीं कर पायेगी। इसलिए SEO आपकी वेबसाइट के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है।

SEO कैसे करें

सर्च इंजन में वेबसाइट अपने आप और इतनी आसानी से टॉप टेन में नहीं आती है। इसके लिए वेबसाइट को टॉप टेन में लेन के लिए बहुत वक्त लगता हैं। आपकी साईट काम से काम 5-6 महीने तक की पुरानी होनी चाहिये और उसकी  क्राव्लिंग, इंडेक्सिंग और मैचिंग की प्रक्रिया सब कुछ सही तरह से होना चाहिये जिसके लिए आपको निम्न रूल्स को फॉलो करना है।

साईट की स्पीड देखे

साईट की स्पीड जितनी अच्छी होगी वो साईट उतनी ही तेजी से काम करती हैं। इसके लिए फ्रेम वर्क सबसे बेस्ट होता हैं। उसका इस्तेमाल जरूर करे सबसे पहले ज्यादातार लोग ब्लॉग पोस्ट का यूज करते थे लेकिन उसके बाद में आप वर्डप्रेस पर आये जिसके आपको इसके अच्छे रिजल्ट सामने आये और अब एक लेटेस्ट फ्रेमवर्क जेनेसिस वर्ड प्रेस Genesis wordpress आया हैं जिसकी स्पीड और भी अधिक अच्छी होती हैं और रिजल्ट भी कई गुना बेहतर आता हैं।

आर्टिकल लिखने के लिए सही शब्द चुने

लिखने के लिए एक अच्छा आर्टिकल चूने जिसमे आपकी रूचि भी हो और वह व्यूर्स के द्वारा पढ़ा भी जाता हो। धीरे- धीरे आप सीख जायेंगे की कैसे आर्टिकल लिखना है। कोशिश करे की ऐसे टॉपिक को चुने जिससे आप किसी कि मदद भी कर पायें। क्यूंकि इस तरह के टॉपिक बहुत ज्यादा सर्च किये जाते हैं।

URL कैसे बनाये

URL बनाने के लिए आपको टॉपिक को समझ के ठीक तरह से कीवर्ड का URL जरुर डाले।

कीवर्ड क्या है  

लिखे गए आर्टिकल में से एक छोटा शब्द निकाले जैसे में आर्टिकल लिखा की फ्रीलांसिंग क्या है तो इस में आपका कीवर्ड होगा फ्रीलांसिंग क्या है।

आर्टिकल में कीवर्ड का इस्तेमाल

अपने आर्टिकल में कीवर्ड का इस्तेमाल कई बार करे लेकिन बहुत ज्यादा भी नहीं करना होता है। कीवर्ड के कारण ही सर्च इंजन को सही प्रश्न समझ में आता हैं, कि यह पेज किस टॉपिक पर बना हैं मैंने आपको ऊपर पहले ही बताया है की सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक रोबोटिक प्रक्रिया हैं। इसलिए आपको कीवर्ड और URL को काफी सोच और समझ कर ही बनाये।

ब्लॉग की लम्बाई

ब्लॉग लिखने में बिल्कुल भी कंजूसी ना करें, जितना हो सके उसको विस्तार से लिखेने की कोशिश करें। ब्लॉग लिखते समय निम्न बातो का ध्यान रखे।

  • ब्लॉग में सब टाइटल जरूर बनाये।
  • पॉइंट्स में ही अपनी बात को कहे।
  • आसानी से किसी भी बात को समझाने की कोशिश करे के लिए।
  • अच्छी और सरल भाषा का इस्तेमाल करें।
  • हैडिंग को सरल भाषा में लिखे।

रिलेटेड पेज़ का लिंक भी डाले

अपने पेज पर अपनी ही साईट का लिंक जरूर डाले इससे आपकी साईट इंटरनल तौर से जुड़ती रहती हैं जिससे क्राव्लिंग में भी मदद होती हैं। सर्च इंजन को पेज की इंडेक्सिंग करने में आसानी होती हैं। इस प्रक्रिया को ग्रुपिंग करना भी कहा जाता हैं।

उदाहरण के लिए ;- फेसबुक मार्केटिंग क्या है जाने विस्तार से इस पर लिंक पर क्लिक करे।

बेक लिनक्स भी बनाये

अपनी साईट के URL को दूसरी अच्छी-अच्छी साईट पर जरूर डाले इसके लिए आप उनसे रिक्वेस्ट भी कर सकते हो और उनके कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करके अपने पेज का URL भी डाल सकते हो इसे Backlink कहा जाता है।

डेटा अपडेट करे

अपनी साईट का समय समय पर पुराने लिखे ब्लॉग को अपडेट भी जरूर करे और उसमे नया डेटा भी ऐड करे।

On Page SEO और Off Page SEO

हम जिस विषय से संबंधित अपनी साइट को तैयार करते हैं उसके कुछ कीवर्ड रिसर्च करने के बाद उसी तरह का कॉन्टेंट लिखकर अपनी वेबसाइट पर डालते हैं। वेबसाइट पर सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के अनुसार हमें कुछ सेटिंग भी करनी होती है ताकि हम कांटेक्ट को सेट करके गूगल पर इसको रैंक कराने के लिए तैयार करते है। ऑन पेज सेट करने के बाद ही किसी वेबसाइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाने में मदद मिलती है।

On Page SEO

  • वेबसाइट डिजाइन
  • वेबसाइट स्ट्रक्चर
  • टाइटल टैग
  • कीवर्ड डेंसिटी
  • इमेज ऑल टैग
  • मेटा डिस्क्रिप्शन
  • URL स्ट्रक्चर
  • इंटरनल लिंक
  • SEO फ्रेंडली यूआरएल
  • सोशल मीडिया

Off Page SEO

अपनी वेबसाइट के लिंक को गूगल पर प्रमोट करने के लिए बैक एंड पर कुछ काम किए जाते हैं जो off Page SEO के द्वारा से करते है। Off Page SEO किसी भी वेबसाइट के लिए बहुत ही जरूरी होता है और ऑफ पेज करने के बहुत सारे तरीके भी होते हैं।

  • गेस्ट पोस्टिंग
  • ब्लॉग कमेंटिंग
  • फॉर्म पोस्टिंग
  • अन्य एक्टिविटीज

SEO Technique प्रकार

White hat SEO

अपनी वेबसाइट के लिए सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन तरीके से बैकलिंक बनाना white hat SEO में आता है। SEO को  इस तरीके से करना सबसे अच्छी तकनीक के रूप में जाना जाता है।

Black hat SEO

यह एक ऐसी तकनीक होती है जिसमें किसी भी वेबसाइट को गूगल में रैंक कराने के लिए गलत तरीके से काम किया जाता है। सर्च इंजन की गाइडलाइन को फॉलो किए बिना बनाए गए बैक लिंक अच्छे नहीं होते हैं और वे सब Black hat SEO में ही आते हैं।

SEO क्या है,कैसे करें SEO में मैंने वे सभी पॉइंट्स अपने इस आर्टिकल में डाले हैं। जिनका में खुद भी उपयोग करती हूँ। और इसका मैंने अच्छा रिजल्ट भी पाया है। घर बैठे-बैठे ऑनलाइन पैसे कमाने वाला गेम यह एक सबसे अच्छा तरीका हैं लेकिन इसके लिए आपको भाषा की सही पकड होना बहुत जरुरी होता हैं।

मेरे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल में अगर मुझ से कोई भूलवश त्रुटि हो गई हो,तो उसके लिए में क्षमा प्रार्थी हैं।

नोट – अगर आप भविष्य में भी ऐसी ही कुछ जानकारियां को प्राप्त करना चाहते हैं,तो आप हमारी वेबसाइट Hindi Ki News से जुड़े रहे।

हमारा आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

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