बच्चों को होमवर्क करते वक्त कुछ बातो का विशेष ध्यान दे
जब माता पिता खुद अपने बच्चों का ध्यान पढ़ाई मैं देते है | खुद ही माता पिता बच्चों का होमवर्क करने मैं भी विशेष ध्यान देते है तभी स्कूल मैं वो बच्चे सफल होते नजर आते है और बच्चों को स्कूल के साथ -साथ ही घर पर भी अनुशासन सीखना चाहिए अनुशासन सीखना टीचर के साथ -साथ माता – पिता की भी जिम्मेदारी होती है |
इस ही उम्र मैं बच्चों को सही और गलत की समझ को समझना चाहिए बच्चा स्कूल से आने के बाद क्या कर रहा है उसको प्यार से खाना पानी दे स्कूल की पूरे दिन की एक्टिविटी के बारे मैं पूछें |
जब भी आपका बच्चा होमवर्क करने के लिए बैठता है आप उस पर पूरी तरह से नजर रखे और बच्चा बैठ तो जाते है पढ़ने के लिए पर उनका मन पढाई मैं नहीं लगता है वो खेल – कूद के बारे मैं ही सोचते है या फिर कोई और बाते उनके मन मैं चलती है आप एक चीज का और ध्यान दे की बच्चों के पास कोई भी गैजिट न रखे| कभी -कभी तो बच्चे मोबाइल फ़ोन मैं लग जाते है और माता-पिता को लगता है ही हमारा बच्चा मन लगा कर होमवर्क कर रहा है इसलिए ही आप अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दे और होमवर्क करते समय बच्चे के आस- पास ही रहे जिससे की उसको डर रहेगा और वो ठीक तरह से वर्क करेगा और न चाहते हुए भी उसको अपना मन पढाई मै लगाना होगा और साथ हे साथ आप भी खुद कोई किताब लेकर बच्चे के साथ बैठिये उसको लगेगा की पढाई कितनी जरुरी होती है |
जब होमवर्क करते समय कई बार बच्चों को कुछ समझ नहीं आता तो आप उसकी हेल्प कर दे उसको प्यार से समझा दे तो उसकी पढाई मैं रूचि बढ़ेगी | समझाते समय बच्चो को मार या डाट का डर न दे |
जब भी बच्चो को स्कूल से कोई प्रोजक्ट मिलता है तो आप उनकी ज्यादा हेल्प न करे उनको खुद ही करने दे नहीं तो बच्चों को हर बार आपकी हेल्प की जरूरत होगी और को कोई कम आप के बिना नहीं कर पाएंगे और फिर उनको स्कूल मैं भी डांट पड़ेगी | कई बार तो बच्चे माता -पिता को रो कर दिखा देते है तो माता पिता पूरा वर्क खुद ही कर के दे देते है जो की आगे जाकर वो बच्चों की कमोजरी बन जाता है अगर आप ऐसा करते है तो आज से ही इस आदत को बदल दे इस तरह से बच्चे दुसरो पर निर्भर हो जाते है आप बच्चो को खुद से ही अपना काम करने के लिए प्रेरित करे |