प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता मैं नई शिक्षा नीति पर कैबिनेट की मुहर लग गयी है जिससे शिक्षक बनने की राह इतनी आसान नहीं रह गयी | 34 साल बाद शिक्षा नीति मैं बदलाव किया गया है इसे पूरे देश में समान रूप से लागू किया जाएगा। नई शिक्षा नीति में शिक्षा विभाग ने नए शिक्षकाें की भर्ती प्रक्रिया काे कठिन बना दिया गया है।अब अभ्यर्थी को कई चरणाें से गुजरना पड़ेगा | पहले टेट होगा उसमे पास करने के बाद स्किल टेस्ट या डेमो लिए जायेगा उसके बाद इंटरव्यू होगा | आईये जानते है उन बदलाव के बारे मैं –
1- अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है |
2- कोई छात्र एक कोर्स के बीच में अगर कोई दूसरा कोर्स करना चाहे तो पहले कोर्स से सीमित समय के लिए ब्रेक लेकर कर सकता है.
3- स्कूली शिक्षा में 10+2 फॉर्मेट को खत्म कर दिया गया है. इसे 10+2 से 5+3+3+4 फॉर्मेट में ढाला गया है.
4- विदेशी भाषा को भी पाठ्यक्रम मैं जोड़ा जायेगा |
5- शिक्षक को शिक्षण कार्य के अतिरिक्त सभी कार्यों से हटाया जायेगा |
6- शिक्षक बनने के लिए अब स्किल टेस्ट और इंटरव्यू भी होगा |
7- गणित और बिज्ञान को बढ़ावा दिया जायेगा |
8- ग्रामीण क्षेत्र मैं स्टाफ रूम बनाये जायेंगे |