दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल की रिसर्च से हुआ ये बड़ा खुलासा कि इन ब्लड ग्रुप्स वाले लोगो को है कोविड से ज्यादा खतरा जैसे ब्लड ग्रुप है। A, B और RH कारक (रीसस कारक) पॉजिटिव वाले लोग O या एब AB समूह और RH नेगेटिव वाले लोगों की तुलना में “कोविड-19 के संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील” हैं। यह अध्ययन (रिसर्च) दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर किया है।
7 महीने करीब चली ये रिसर्च
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल से जारी एक बयान में पता चलता है कि कुल 2,580 कोविड पॉजिटिव रोगियों पर एक शोध किया गया था। उन्होंने एक वास्तविक समय पर अपना PCR(पीसीआर)और RT -PCR(आरटी-पीसीआर) के माध्यम से साल 2020 में 8 अप्रैल से 4 अक्टूबर तक से लेकर अस्पताल में भर्ती मरीजों का एक परीक्षण किया गया है।
इन लोगों को है ज्यादा खतरा
इस अध्ययन से पता चला है कि “A, B और RH+ ब्लड ग्रुप्स वाले लोग कोविड-19 संक्रमण के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं जबकि (ओ, एबी और आरएच वाले) कोविड-19 संक्रमण के कम जोखिम है इसका मतलब है की उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा कम है। इस शोध में यह भी दावा किया गया है कि “रक्त समूहों और बीमारी की गंभीरता देखते हुए और उसके साथ-साथ मृत्यु दर से कोई संबंध नहीं है।
‘आरएच फैक्टर’ क्या है ?
‘रेसुस फैक्टर या फिर ‘आरएच फैक्टर ये एक प्रकार का प्रोटिन है जो ब्लड की लाल कोशिकाओं (Red Cells) की सतह पर होता है और जिनके रक्त में यह तत्व पाया जाता है उनका रक्त ‘आरएच’ सहित (आरएच) पॉजिटिव कहलाता है और जिन लोगों के खून में यह तत्व मौजूद नहीं पाया जाता है उनका रक्त ‘आरएच’ रहित (आरएच) निगेटिव कहलाता है।
हम आपको बता दें की यह रिसर्च ‘फ्रंटियर इन सेलुलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी के 21 नवंबर के संस्करण में प्रकाशित हुई है।
कोरोना का एक नया वायरस’
कोरोना का एक नया वायरस के बारे में रिसर्च डिपार्टमेंट में कंसल्टेंट डॉ रश्मि राणा ने बताया कि कोरोना का एक नया वायरस है और यह अस्पष्ट है कि इसका क्या रक्त समूह है कोविड-19 के खतरे या इसके शरीर में बढ़ने पर कोई प्रभाव डालता है या नहीं उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने इस अध्ययन में ‘ABO’ और ‘RH’ रक्त समूह की कोविड-19 के प्रति संवेदनशीलता, रोग निदान, ठीक होने का समय और मृत्यु दर के साथ जांच की।
रिसर्च में हुए खुलासे
रिसर्च के को-राइटर व अस्पताल के ‘ब्लड ट्रांसफ्यूजन’ विभाग के प्रमुख डॉ विवेक रंजन ने बताया कि अध्ययन में यह भी पता चला है कि ‘B’ ब्लड ग्रुप वाले पुरुष मरीजों को इसी रक्त समूह की महिला मरीजों की तुलना में कोविड-19 का अधिक ज्यादा खतरा है और साथ ही साथ अध्ययन में यह भी दावा किया गया है कि ब्लड ग्रुप ‘A’ और ‘RH’ सहित रक्त वाले मरीजों में संक्रमण से उबरने में कम समय लगता है जबकि ब्लड ग्रुप ‘O’ और ‘RH’ रहित रक्त वाले मरीजों को संक्रमण से उबरने में ज्यादा समय लग जाता है