हेलो दोस्तों, Hindi ki news के पेज पर आपका सभी का स्वागत है। आज हम एक आर्टिकल आप सभी के लिए लेकर आये है। जिसका आर्टिकल का नाम क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है,और कहां पर मौजूद है – Kutub Minar Ki Lambai Kitni Hai आइये अब इस आर्टिकल को लिखने की शुरुवात करते है, क्या आप लोगो क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है,और कहां पर मौजूद है – Kutub Minar Ki Lambai Kitni Hai इसके बारे में कुछ बाते बताने की कोशिश की है। तो चलिए अब हम इसके बारे में भी पूरी जानकरी को विस्तार से जानते है।
क़ुतुब मीनार का नाम तो सब ने ही सुना है, लेकिन क्या आपको इस सवाल का जबाब पता है, की क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है? और कहां पर मौजूद है। अगर आप भी एक छात्र हो या फिर आप किसी सरकारी परीक्षा की तैयारी में लगे हो,तो आप को इस का जवाब जरूर पता होना चाहिए। अपने कभी ध्यान दिया हो तो आपसे परीक्षा में कभी ना कभी अक्षर पूछा गया होगा की क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है? तो आज में आपको इस आर्टिकल में क़ुतुब मीनार की सारी जानकारी से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देने वाले है। जिसमे कुछ सवालो के जबाव है ,की क़ुतुब मीनार पर कहाँ स्तिथ है,और किसने इसको बनवाया था। क़ुतुब मीनार भारत देश की एक विश्व धरोहर भी है, जिसके बहुत सारे रहस्य भी है, जिन्हे जानकार आप हैरान हो सकते हो। तो आइये अब हम ये जानते है की, क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है।
कुतुब मीनार दिल्ली में मौजूद है, इसका एक स्तंभ जैसा आकार जिसको कुतुब मीनार कहा जाता है, जोकी दुनिया में सबसे ऊंची – ऊँची ईंटो से बनाया हुआ एक स्तंभ जैसा मीनार है। कुतुब मीनार की लंबाई 72.5 मीटर तक का ऊँचा है और अगर इसको फ़ीट में देखा जाए तो 238 फ़ीट तक ऊँचा है। कुतुब मीनार का निर्माण तेरहवीं शताब्दी में हुआ था। संन 1193 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस मीनार का निर्माण शुरू करवाया था। यूनेस्को ने कुतुबमीनार को World Heritage का भी दर्जा दिया हुआ है।
क़ुतुब मीनार के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी
कुतुब मीनार की लम्बाई | 72.5 मीटर और 238 फीट |
व्यास | शिखर का 2.75 मीटर, आधार का 14.3 मीटर |
कहाँ मौजूद है। | नई दिल्ली के महरौली में |
कुल मंजिल | 5 |
पहली मंजिल | क़ुतुबुद्दीन ऐबक |
तीन मंजिल | इल्तुतमिश |
पाँचवीं और अंतिम मंजिल | फीरोजशाह तुगलक |
निर्माण | 1193 ई में |
कुल सीढियाँ | 379 |
कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है – Kutub Minar Ki Lambai Kitni Hai
क़ुतुब मीनार दुनिया की एक सबसे ऊँची मीनार है, जिसकी कुल ऊंचाई 72.5 मीटर (238.86 फीट) की है। इसके अंदर मौजद 379 सीढ़िया भी है। क़ुतुब मीनार को 1993 में यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर स्थल भी घोसित किया जा चूका है। यह भारत देश में दक्षिण दिल्ली के महरौली में मौजूद है।
क़ुतुब मीनार का व्यास (गोला) नीचे से 14.03 मीटर का है, लेकिन यह जैसे जैसे ऊपर की और लम्बा होता जा रहा है इस का व्यास कम गोलाकार का है, जिसकी वजह से इसका ऊपरी हिस्से का व्यास 2.75 मीटर तक का है, और इसके अंदर कुल 5 मंजिल ही मौजूद है। क़ुतुब मीनार के चारो तरफ से बने हुए आहाते में भारतीय कला के कई सारे शानदार नमूने और कलाकृतियां भी बनी हुई है।
कुतुब मीनार की इमारत में एक लोहे का (स्तंभ) खंभा भी है। कुतुब मीनार कई बार भूकंप और आंधी से क्षतिग्रस्त भी हो चुकी है। हालाँकि, समय-समय पर विभिन्न शासकों के द्वारा इसमें सुधार का कार्य भी किया जाता है। क़ुतुब मीनार को देखने के लिए प्रत्येक वर्ष हजारो पर्यटक देश-विदेश से दिल्ली में आते है।
कुतुब मीनार का निर्माण कब और किसने करवाया
क़ुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक “क़ुतुबुद्दीन ऐबक” ने संन 1193 में अफ़गानिस्तान में मौजूद जाम की मीनार को देखक इसका का निर्माण कराया गया था। लेकिन आपको पता है की क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने मीनार का सिर्फ आधार ही बनवाया था, इसके बाद इसकी ऊपरी हिस्से की तीन मंजिलों को इसके उत्तराधिकारी “इल्तुतमिश” ने बनवाया था। इल्तुतमिश के बाद संन 1368 में “फीरोजशाह तुगलक” ने इसकी अंतिम और पाँचवीं मंजिल का निर्माण करा।
कुतुब मीनार को बनाने में कितना टाइम लगा?
सुल्तान क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ई में कुतुब मीनार का निर्माण शुरू किया गया था। कुतुब मीनार की सिर्फ पहली मंजिल क़ुतुबुद्दीन के द्वारा ही पूरी की गई थी। शेष बाकि की 4 मंजिलों का निर्माण बाद में उनके उत्तराधिकारी ने कराया। हम इसके अनुसार अनुमान लगाए, तो संन 1193 से लेकर 1368 तक 175 वर्ष का समय लगा हो सकता है ,लेकिन इसका सही से अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है, की क़ुतुब मीनार को बनने में टाइम कितना लगा होगा, क्योकिं इसमें कई वर्षो के बाद में पुनः कार्य को फिर से शुरू किया गया था।
कुतुब मीनार किसकी याद में बनाया गया था?
आपको पहले ही ऊपर लेख में बता दिया गया है, की क़ुतुब मीनार को अफगानिस्तान में मौजूद जाम मीनार से प्रेरित होकर “सुल्तान क़ुतुबुद्दीन ऐबक” ने बनबाया था। लेकिन इसे बारे में एक मत नहीं है इसके और भी मत है, की इस मीनार को ट्रांसऑक्सियाना से आये हुए एक महान “सूफी संत” जी के सम्मना के लिए बनबाया गया था।
कुतुबमीनार का नाम किसके नाम पर रखा गया था?
कई सारे इतिहासकारों का एक मत ये भी है, की कुतुबमीनार का नाम कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर ही रखा गया है। लेकिन कुछ और अन्य मतों के अनुसार ऐसा भी माना जाता है, की इसका नाम प्रसिद्ध मुस्लिम संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर भी रखा गया है।
क़ुतुब मीनार से जुड़े रोचक तथ्य
1- क़ुतुब मीनार को बनाने वाले में वास्तुकारों में से एक एडविन लुट्यंस भी थे, जो की ब्रिटेन के बहुत ही लोकप्रिय वास्तुकार थे।
2- क़ुतुब मीनार के चारो तरफ से सुन्दर रचनाएँ और सुन्दर कलाकृतियां भी मौजूद है।
3- क़ुतुब मीनार के अंदर एक लोह का स्तम्भ भी मौजूद है।
4- क़ुतुब मीनार को संन 1993 को UNESCO ने विश्व धरोहर की सूचि में शामिल भी किया गया।
5- क़ुतुब मीनार विश्व की सबसे ऊँची मीनार है।
कुछ पूछे जाने वाले प्रश्न
कुतुबमीनार का दूसरा नाम क्या है?
इसका दूसरा नाम हस्तसाल है, जिसका सही मतलब होता है, हाथियों का स्थान।
क़ुतुब मीनार का टिकट कितना है ?
भारतीय नागरिको के लिए 30 रूपये का है, और विदेशी नागरिको के लिए 500 रूपये है।
कुतुब मीनार में कितनी सीढ़ियां है?
379 सीढ़ियां है।
विश्व की सबसे ऊंची मीनार कौन सी है?
कुतुब मीनार है, जोकि दिल्ली में है।
मीनार को हिंदी में क्या कहते हैं?
मीनार शब्द एक अरबी शब्द है। मीनार का मतलब हिंदी में होता है, ऊंची इमारत
इस आर्टिकल को क़ुतुब मीनार की जानकारी (Kutub Minar Information in Hindi) पर आधारित किया गया है। जिसमे हमने आपको बताया है, की क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है, की ऊंचाई कितनी है। इसके अलावा आपको इस आर्टिकल में और भी कई सारी महत्वपूर्ण जानकरियां को दिया गया है। मुझे उम्मीद है, की आपको यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो कृपया अपने कमेंट करे। Hindi ki news की पूरी टीम आप का धन्यवाद करती है