करी पत्ते के पेड़ को कुछ लोग मीठा नीम भी बोलते है और ये हमारे घर के छोटे से बगीचे मे भी लगाया जा सकता है ये पेड़ एक औषधी का भी काम करता है ये दक्षिण भारत की रसोईघर मे बहुत इस्तेमाल किया जाता है लेकिन आज कल तो ये सभी के
घरो मे तड़का लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है ये पत्ते हमारे खाने के स्वाद को
और भी बढ़िया बना देते है और थाली मे बहुत मोहक खुशबु आती है इन पत्तो के तड़के की ये खाने के स्वाद के साथ -साथ हमारे शरीर को भी दुरुस्त करते है ये आयुर्वेद के
अनुसार शरीर का वजन काम करने के साथ -साथ अन्य बीमारियों के लिए भी बहुत मददगार है
(१) करी पत्ते मे कार्बेजोल,अल्कोलाइड्स नामक तत्व मौजूद होते है जो हमारे शरीर के वजन को कम करने मे मदद करते है और साथ ही साथ बढ़ते केलोस्ट्राल को भी ठीक रखते है
(२) करी पत्ते मे एंटीबैक्टीरियल ,एंटीफंगल ,एंटीइन्फ्लामेट्री तत्व मौजूद होते है इसलिए करी पत्ते का रोजाना सेवन करने से सर्दी, जुकाम जैसी अन्य बीमारी से बचा जा सकता हैं
(३) करी पत्ते मे लेक्सेटिव तत्व मौजूद होता है ये हमारे शरीर की पाचन क्रिया मे मदद करता है इसका रोजाना सेवन करने से पाचन क्रिया को बहुत लाभ मिलता है
(४) करी पत्ते मे हाइपग्लेस्मिक नामक तत्व भी मौजूद होता है जो की शरीर के खून मे शकर्रा की मात्रा को कम करने मे मदद करता है इन पत्तो का सेवन करने से मधुमेय के मरीज को बहुत लाभ प्राप्त होता है
(५) करी पत्ते का रोजाना सेवन करना आँखो के लिए भी बहुत मददगार होता है इससे आँखो की रौशनी तेज होती है इसमे विटामिन ए नामक तत्व मौजूद होता है जो की आँखो के लिए बहुत अच्छा होता है ये आँखो मे रतौंधी,मोतियाबिंद और धुंधला दिखना आदि मे मदद करते है
(६) करी पत्ते को खाने से गैस्टिक और बदहजमी की समस्या भी कुछ समय बाद ठीक हो जाती है
(7) करी पत्ता का सेवन करने से आँतो की भी सफाई हो जाती है
(8) करी पत्तो को सूखा कर नारियल तेल मे डाल कर लगाने से बालो का झड़ना भी बंद हो जाता है और बाल काले और लम्बे भी हो जाते है इसका इस्तेमाल हफ्ते मे २ बार तो जरूर करना चाहिए
(९) करी पत्ते मे टेनिन नामक तत्व भी मौजूद होता है ये लिवर को बीमारी से बचने मे मददगार होता है
(१०) करी पत्ते के रोजाना सेवन करने से कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी बचा जा सकता है ये प्रोस्टेट कैंसर ल्यूकेमिया और कोलोरेक्टिकल कैंसर मे सबसे ज्याद उपयोगी होता ह
(११) करी पत्ते मे मौजूद विटामिन ए,बी,सी और इ तत्व मौजूद होते है जो की कामकाज के तनाव मे शरीर को रोगो से लड़ने मे मदद करता है