कई इलाकों में इन दिनों डेंगू बुखार की लहर चल रही है। लोगो में कोरोना का डर गया नहीं के अब लोगो को डेंगू का भी डर सताने लगा है। किसी कारण अगर डेंगू का सही समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा भी हो सकता है। डॉक्टरी इलाज के साथ ही पपीते के पत्ते का रस डेंगू के मरीज के लिए काफी कारगर हैं। डेंगू की बीमारी मच्छरों के कटाने से होती है। डॉक्टर्स का माना है की डेंगू बुखार का अभी तक कोई अचूक इलाज नहीं है। ऐसे में इसके इलाज के लिए घरेलू नुस्खे और देसी इलाज के तरीके खूब अपनाए जा रहे हैं। डेंगू की बीमारी होने पर खून में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत तेजी से कम होने लगती है।और प्लेटलेट्स गिरने की वजह से कई बार मरीज की स्थिति गंभीर भी हो जाती है।
डेंगू के मरीज को खून में प्लेटलेट्स की कमी को रोकने या प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए देसी इलाज के तौर पर पपीते के पत्ते का रस दिया जाता है। इस इलाज को काफी कारगर माना जा रहा है। यह पपीते के पत्ते गांव-कस्बों में हर घर में बहुत ही आसनी से उपलब्ध है। यह काफी आसानी से मिल जाते है। लेकिन डॉक्टर्स की नजर में यह इलाज कितना कारगर है, यही सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। अभी तक फिजिशियन इस बारे में कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहते हैं।
पपीते के पत्ते में पाए जाने वाले तत्व
पपीते के पत्ते में अल्कलॉइड, पेपैन जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे शरीर में फैले वाले संक्रमित वायरस व बैक्टीरिया को काबू करने में मदद मिलती है। इस बीमारी मे दवाइयां भी बेहतर तरीके से असर करती हैं। पपीते के पत्ते के अर्क में पापैन ग्लूकोसाइड्स,साइमोपापैन,एल-टोकोफेरोल,ये सभी एंटीऑक्सीडेंट हैं।
कैसे बनाएं पपीते के पत्तों का रस
पपीते की पत्तियों को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें। उन्हें पानी में डाला कर उबालें। इन पत्तों को तब तक उबलने दें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसके बाद इसे ठंडा होने दें और उस पानी को छान लें, इसके बाद उन पत्तो को अच्छे से मैश कर लें। इसके दो-दो चम्मच दिन में कम से कम दो से तीन बार पीएं। जल्दी ही आराम मिल जाता है। और पपीते के पत्तो के रस को पिने के 40 से 45 घंटे मे प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है
नोट:- पपीते के पत्तों का रस मार्किट मे भी बहुत आसानी से मिल जाता है और इस की गोलिया भी आती है बाजार मे।