इमली सिर्फ एक मसाला ही नहीं एक औषधि भी है (क्या आप को पता था )
भारत मे इमली को लोग अलग -अलग नामो से जानते है लेकिन इसका नाम लेते या फिर सुनते ही मुँह मे पानी आ जाता है। दक्षिण भारत मे इमली को मसालों के रूप मे प्रयोग किया जाता है | इसका रस खट्टा-मीठा होता है। इमली के रस का इस्तेमाल मुख्य रूप से पानीपुरी (गोल-गप्पे) का पानी तैयार करने के लिया किया जाता है |और सांभर बनाने के लिए भी किया जाता है ,जिससे खाने मे और स्वाद बढ़ जाता है।और भी अन्य खाद्य पदार्थो को बनाने के लिए इमली के रस के इस्तेमाल किया जाता है
इमली स्वाद के साथ-साथ स्वस्थ के लिए भी काम आती है
इमली के रस के इस्तेमाल से शरीर में ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इमली की खेती भी अब बड़े पैमाने पर हो रही है। इमली के पेड़ बहुत बड़े होते है जो कि बहुत सालो तक इमली के फल देते है | बता दें कि मैक्सिको और दक्षिण अमेरिका इमली के सबसे बड़े उत्पादक देश है। खान-पान के साथ ही इमली में एंटीसेप्टिक गुण भी पाए जाते है। जिसका सेवन शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है।
शरीर मे पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद होती है इमली
इमली मे कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, पोटैशियम, मैंगनीज, फाइबर जैसे खनिज तत्वों की अच्छी मात्रा होती है। इमली के इस्तेमाल से अपच, कब्ज, ऐंठन और पेट की सूजन और अन्य बीमारी दूर होती है ।
इमली मे विटामिन ‘C’ और ‘A’ की मात्रा भरपूर होती है
मनुष्य को शरीर मे विकास के लिए इमली में कई प्रकार के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिल जाते हैं। इमली मे सबसे ज्यादा मात्रा में विटामिन ‘C’ और विटामिन ‘A’ पाया जाता है। इन पोषक तत्वों से हमारे शरीर मे आंखो की समस्या, सर्दी-जुखाम और पीलिया की बीमारी के इलाज में लाभ मिलता हैं।
इमली का इस्तेमाल वजन कम करने में भी होता है।
वजन कम करने के लिए भी इमली का रस आदर्श माना जाता है। इमली के रस में हाइड्रॉक्सिल एसिड की अधिक मात्रा पाई जाती है। यह एसिड शरीर में बनने वाली चर्बी को बर्न करने वाले एन्ज़ाइम के निर्माण में काफी सहायक होता है। जिससे तेजी से शरीर का वजन कम किया जा सकता है।
दिल की बीमारी की भी समस्या में फायदा देती है इमली
इमली के रस को इस्तेमाल करने से शरीर में ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में काफी मदद मिलती है। इमली का रस एलडीएल को कम करके, एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ाता है। इमली मे पाया जाने वाला विटामिन ‘C’ शरीर में एक एंटीऑक्सिडेंट का काम करता है। जिसकी वजह से दिल से सम्बंधित बीमारियों के प्रभाव को कम किया जा सकता है।